पित्ती उछलने के कारण और आयुर्वेदिक घरेलू उपचार  

पित्ती उछलने के कारण और आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

पित्ती उछलना कोई एक बीमारी नहीं होती है। अर्जीर्ण, कब्ज, पाचन विकार,जरायु के रोग, रक्त की उष्णता और पित्त की अधिकता के कारण ही इसे पित्ती उछलना रोग यानि पित्ती उछलने की बीमारी कहते हैं। इस बीमारी में शरीर पर लाल लाल रंग के चकते भी बन जाते हैं। इन चकतों पर बहुत ज्यादा खुजली होती है और इंसान खुजलाते खुजलाते परेशान हो जाता है। जिस वजह से खाल तक सूज जाती है।
यही नहीं पित्ती उछलने से बुखार और उल्टी आदि तक होने लगती है। लेकिन चिंता ना करें अयुर्वेद में आपकी समस्या का उपचार है। जिससे आप पूरी तरह से इस बीमारी से मुक्त हो सकते हो। आइये जानते हैं क्या हैं ये उपचार

पित्ती उछलने का घरेलू नुस्खों के जरिए उपचार
पानी में जीरे को उबाल लें। जब यह पानी हल्का गरम रहें तब इस पानी से स्नान करें। कुछ दिनों तक रोज नहाने से बदन की खुजली और पित्ती उछलना बंद हो जाती है।

सेंधा नमक का प्रयोग
सेंधा नमक को देसी घी के साथ मिला लें और इससे अपने पूरे शरीर की मालिश करें। मालिश करने के बाद थोड़ी देर कंबल ओढ़कर पसीना लें। इस उपाय से पित्ती का उछलना बंद हो जाएगा।

शहद और हल्दी
आधा चम्मच शहद में आधी चम्मच पिसी हुई हल्दी को मिला लें। और दिन में दो बार इसका सेवन कुछ दिनों तक नियमित करें। आपकी पित्ती उछलना बंद हो जाएगी।

त्रिफला
एक चम्मच त्रिफला के चूर्ण के साथ एक चम्मच शहद को मिला कर सुबह और शाम में दो बार चाटें। पित्ती उछलने से निजात मिल जाएगा।

गुड़
दो कप उबले हुए पानी में एक चम्मच अजवाइन और थोड़ा सा गुड़ मिलाकर नियमित पीते रहने से पित्ती उछलना बंद हो जाता है।

काली मिर्च
काली मिर्च का पिसा हुए चूर्ण को देसी घी में मिलाकर उससे शरीर की मालिश करें और आप इसका सेवन भी कर सकते हो। एैसा करने से पित्ती उछलना ठीक हो जाता है। यह उपाय भी आप नियमित करें।

अजवाइन
आधा चम्मच सेंधा नमक और एक चम्मच अजवाइन को आपस में मिलाकर  रोज सुबह खाली पेट एक फंकी पानी के साथ लेने से आपको इस रोग में बहुत ही जल्दी फायदा मिल जाएगा।

हींग और देसी घी
पित्ती रोग से निजात पाने के लिए आप हींग में देसी घी को मिला लें। और इससे अपने शरीर की मालिश करें।

अन्य घरेलू नुस्खे

तीन ग्राम गुड और एक ग्राम अजवाइन को मिलाकर खाते रहने से पित्ती की बीमारी ठीक हो जाती है।

काली मिर्च के चूर्ण को बेसन के लड्डू में बुरक कर खाने से पित्ती उछलना खत्म होने लगता है।

प्याज का अधिक सेवन करने से भी पित्ती रोग ठीक हो जाता है।

सरसों का तेल
पूरे शरीर पर सरसों के तेल से मालिश करने के बाद गरम पानी से नहाने से पित्ती की बीमारी ठीक हो जाती है।

फिटकरी का चूर्ण
आधे कप गर्म पानी में पिसी हुई फिटकरी के चूर्ण को मिलाकर उसेए  पित्त की वजह से शरीर पर बने चकतों के उपर लगाने से पित्ती उछलना बंद हो जाता है।

आंवले के एक मुरब्बे में 1ध्4 तुलसी के बीजों को बुरककर दिन में दो बार खाने से पित्ती रोग से निजात मिलता है।

सिरस के फूल
पानी के साथ सिरस के फूलों को पीस लें और उसका लेप पित्ती से होने वाले चकतों के उपर लगाएं। इसके अलावा आप रोज एक चम्मच शहद में  सिरस के फूलों के साथ मिलाकर चाटने से पित्ती रोग शांत हो जाता है।

अन्य उपचार पित्त उछले की बीमारी से बचने के लिए
गेहूं का आटा दो चम्मच।
एक चम्मच पिसी हल्दी।
एक चम्मच देसी घी।
चीनी दो चम्मच।
आधा कप पानी।

इन सभी चीजों को आधे कप पानी में डाल दें। फिर गैस या चूल्हे की आंच पर इसका हलुवा बनाकर इसे ठंडा कर लें। और रोज सुबह के समय खाली पेट एक फंकी दूध के साथ इसका सेवन करें। कुछ दिनों में आपको पित्ती उछलने की समस्या से निजात मिल जाएगा।

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